मेरी सादगी ही गुमनामी में रखती है मुझे,
जरा सा बिगड़ जाऊं तो मशहूर हो जाऊं।
Hindi Shayari
Shaam Ke Baad Subah…
Na Pyaas Baki Hai…

Karte Ho Itni Nafarat…
Kyun Tanha Kar Dete Ho…
मैं तुझे मिलूँ…
मैं चाहता हूँ मैं तेरी… हर साँस में मिलूँ,
परछाईयों में, धूप में, बरसात में मिलूँ।
कोई खुदा के दर पे मुझे ढूंढ़ता फिरे,
मैं भी किसी को प्यार की सौगात में मिलूँ।
तड़पे हजारों दिल मगर हासिल न मैं हुआ,
तू चाहता है मैं तुझे यूँ ही खैरात में मिलूँ।