जोड़े सबके सपने और टूटा दिल उस से ज्यादा,
रोया अंदर से बहुत और तड़पा हद से ज्यादा,
मगर झुका नही सर कभी किसी के सामने
क्योंकि भीख मांगी नही और आन बान शान दुनिया से ज्यादा !
अकड़ पूरी है और गुस्सा आग से ज्यादा,
दिल साफ है और बवाल हद से ज्यादा,
हक़ का मांगा और परवाह नही किसी को खोने की
क्योंकि गलती है नही और वफादारी सबसे ज्यादा !