जीवन की हर समस्या ट्रैफिक क़ी लाल बत्ती की तरह होती है।

जीवन की हर समस्या
ट्रैफिक क़ी लाल बत्ती
की तरह होती है।

यदि हम थोड़ी देर
प्रतीक्षा कर ले तो
वह हरी हो ही जाती है।

धैर्य रखे, प्रयास करे,
समय बदलता ही है।

रात लड़े सुबह खुद आ जाए समझ लेना मित्र आया है…!!

पड़े पीठ पे जोर की थप्पी
समझ लेना मित्र आया है…

चुपके से आ आँखें ढंक ले
समझ लेना मित्र आया है…

गले मिलने जब जो फड़के
समझ लेना मित्र आया है…

उंचे स्वर में नाम ले पुकारे
समझ लेना मित्र आया है…

बिन कहे आ जाए घर में
समझ लेना मित्र आया है…

चेहरा देख उदासी भांप ले
समझ लेना मित्र आया है…

फैसले को जब टास उछाले
समझ लेना मित्र आया है…

तु-तुकारे जब सुनाई दे तो
समझ लेना मित्र आया है…

जेब ढीली करने मेन हों झगड़े
समझ लेना मित्र आया है…

डांट पड़े जब गलती पर
समझ लेना मित्र आया है…

भूमिका में ही कथा पढ़ ले
समझ लेना मित्र आया है…

खुल जाएं बंद किताब के पन्ने
समझ लेना मित्र आया है…

खाते देख संग बैठ जाए
समझ लेना मित्र आया है…

रात लड़े सुबह खुद आ जाए
समझ लेना मित्र आया है…!!

जिसने भी यह रचना लिखी, सबके दिल की बात लिखी है। सैल्यूट.

दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं

अंधेरे को हटाने में समय बर्बाद मत करो, दीये को जलाने में समय लगाओ.

दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं, बल्कि खुद को ऊँचा उठाने में समय लगाओ!!

आपका शुभ होता देखकर चिंतित भी हो जाते हैं

ज़रूरी नही की हर करीबी व्यक्ति आपका शुभचिंतक हो उनमे से कुछ आपका शुभ होता देखकर चिंतित भी हो जाते हैं

आपका दिन शुभ एवं मंगलमय

जीवन की सारी दौड़

जीवन की सारी दौड़

केवल अतिरिक्त के लिए हैं !

अतिरिक्त पैसा, अतिरिक्त पहचान, अतिरिक्त शोहरत..अतिरिक्त प्रतिष्ठा!

यदि यह अतिरिक्त पाने की लालसा ना हो तो जीवन एकदम सरल है!