आज एक ही परिवार में कई पड़ोसी हो गये हैं।

एक जमाना था जब पड़ोसी भी परिवार का हिस्सा थे …

और आज एक ही परिवार में कई पड़ोसी हो गये हैं।

सम्मान करना हमारे संस्कार में होना चाहिए

अपमान करना किसी के स्वभाव में हो सकता है,

पर सम्मान करना हमारे संस्कार में होना चाहिए !

दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं

अंधेरे को हटाने में समय बर्बाद मत करो, दीये को जलाने में समय लगाओ.

दूसरों को नीचा दिखाने में नहीं, बल्कि खुद को ऊँचा उठाने में समय लगाओ!!

आपका शुभ होता देखकर चिंतित भी हो जाते हैं

ज़रूरी नही की हर करीबी व्यक्ति आपका शुभचिंतक हो उनमे से कुछ आपका शुभ होता देखकर चिंतित भी हो जाते हैं

आपका दिन शुभ एवं मंगलमय

जो सम्बन्ध हृदय से जुड़े हैं

ना झुकने की अभिलाषा है,

ना झुकाने की अभिलाषा है,

जो सम्बन्ध हृदय से जुड़े हैं,

केवल उन्हें निभाने की अभिलाषा है

आपके होने या ना होने से किसी को कोई फर्क नही पड़ता!

चार दिन गायब होकर देख लीजिए लोग आपका नाम तक भूल जाएंगे।

इंसान सारी जिंदगी धोखे में रहता है कि वह लोगों के लिए अहम है…

लेकिन हकीकत यह होती है कि…

आपके होने या ना होने से किसी को कोई फर्क नही पड़ता!

जिसकी जितनी जरूरत होती है…

उसकी उतनी ही अहमियत होती है ! न रुकी वक़्त की गर्दिश*

न ज़माना बदला…पेड़ सूखा तो…परिंदो ने ठिकाना बदला !

क्रोध में बोला गया एक कठोर शब्द इतना जहरीला हो सकता

क्रोध में बोला गया एक कठोर शब्द इतना जहरीला हो सकता

है कि आपकी हजार प्यारी बातों को एक बार में हीं नष्ट कर सकता है

गुस्से में कभी गलत मत बोलो दिमाग तो ठीक हो ही जाता है पर बोली हुई

बातें वापस नही आती।

दोनों हीं मजबूत रहेंगे

रिश्तों को तौलने का नहीं, सम्मान देने का प्रयास करें !

और

मित्रों को परखने का नहीं, समझने का प्रयास करें !!

दोनों हीं मजबूत रहेंगे।